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वोटिंग ट्री के जनक

 
 
                   
 ''वोटिंग ट्री'' जैसे किसी फिल्म या सीरियल का नाम प्रतीत होता है, बड़ा अनोखा सा, बेहद यूनिक सा, जिसमे कई राज़ छुपे हुए हैं जिसकी कहानी में कई परते हैं, कई लेयर्स हैं. तो चलिए हम इस सस्पेंस से पर्दा उठाते हैं और आपको उस सीन की तरफ ले चलते हैं जिसमें इन्नोवेशन हैं नयापन है, इमोशन और पैशन है.                           
                     वोटिंग ट्री दरअसल हीरो राजन कुमार का क्रिएशन है. अब यह वोटिंग ट्री है क्या तो इसके लिए थोडी सी फ्लैश बैक स्टोरी जाननी आपके लिए जरुरी है.
                देखिये कहा जाता है कि किसी काम को अगर शिद्दत से किया जाए तो ऊपर वाला भी आपकी मदद करता है. राजन कुमार को भी जब इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया (भारत सरकार) ने आइकॉन चुना तो यह संयोग मात्र था लेकिन अपने अनोखे कार्य से राजन कुमार ने इस चैलेन्ज को बहुत ही यूनिक और बेहतर बना दिया. जी हाँ, चुनाव का बिगुल बज चूका था, मुंगेर जैसे छोटे से कसबे में जहाँ आर्म्स की कालाबाजारी होती है, ऐसे जिला में राजन कुमार को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गई. राजन कुमार ने सहर्ष इस चुनौती को स्वीकार किया. उन्होंने चुनाव अधिकारीयों से मुलाकात की और मतदाताओं को जागरूक करना शुरू किया. मुंगेर में चुनाव का इतिहास बहुत ही रक्त रंजित रहा है. ऐसे में राजन कुमार के लिए यह बेहद जरुरी था कि वे लोगों से मिलें. और फिर राजन कुमार को एक आईडिया आया 'वोटिंग ट्री' का.
                        डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट मुंगेर राजेश मीना के साथ मिलकर राजन कुमार ने बिहार के मुंगेर जिला की तमाम १०१ पंचायतों में वोटिंग पेड़ लगाए जिसका इम्पैक्ट भी नजर आया. राजन कुमार ने मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करने के मकसद से मतदान वृक्ष लगाया. इन्होने वोटर्स के लिए एक अनोखा तोहफा तैयार किया. जहाँ जहाँ राजन कुमार गए, हर पंचायत में ग्रामीणों के साथ मिलकर एक ट्री लगाया. उन्होंने १०१ मतदान वृक्ष लगा दिए. वोटिंग ट्री के इस यूनिक कांसेप्ट के जनक आइकॉन राजन कुमार ने पेड़ के माध्यम से लोगों को वोटिंग की अहमियत का अंदाजा दिलाया. राजन कुमार के ज़रिये किये गए कामों से वोटिंग का प्रतिशत बढ़ा और अवाम में इस बात की अहमियत बढ़ी कि आइकॉन की महत्ता कितनी होती है.
                          हीरो राजन कुमार ने लोकसभा चुनाव में युवाओं को मतदान के अधिकार के लिए प्रेरित किया।चुनाव के दौरान मतदाताओं की निर्वाचन में अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए आइकॉन की नियुक्ति की जाती है। ऐसे में राजन कुमार ने इसे अपने लिए एक बड़ी ज़िम्मेदारी मानी. उन्होंने चुनाव 2018 में मतदाताओं में मतदान हेतु जागरूकता बढ़ाने में अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित की। बफ्टा (बिहार फिल्म एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन) के फनकारों ने भी उनके इस कार्य में उनका भरपूर साथ दिया.
                               एक स्वतंत्रता सेनानी परिवार से सम्बन्ध रखने वाले हीरो राजन कुमार ने अक्सर लोगों से अपील की कि किसी को वोट दें तो बहुत सोच समझ कर दें, क्योंकि यह अधिकार सिर्फ मतदाता को मिला हुआ है इसलिए इसके सही इस्तेमाल की जरूरत है. वोट को असामान्य तरीके से नहीं लेना है, बल्कि इसकी महत्ता को समझना है. अगर लोग वोट डालेंगे तभी तो उन्हें यह शिकायत करने की जरुरत भी नहीं होगी कि कैसे लोग चुनकर आये हैं?
                              वोटिंग ट्री राजन कुमार की पहल और सोच का नतीजा है. यह कांसेप्ट काफी यूनिक और हिट रहा है. वोटिंग ट्री नामक एक नये कांसेप्ट के तहत पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर राजन कुमार ने लोगों को मतदान के महत्त्व के बारे में बताया था. वोटिंग ट्री के माध्यम से राजन कुमार ने लोगों को जागरूक करना शुरू किया. वो जहाँ भी गए वहां उन्होंने वोटर्स के लिए एक पेड़ लगाया. और उसका नाम दिया वोटिंग ट्री. इस प्रयास ने लोगों के अन्दर वोटिंग के प्रति प्रेम और उत्साह जागृत किया. लोक सभा चुनाव २०१९ में बेहद शांति के माहौल में लोगों ने वोट डाले और मतदान का प्रतिशत काफी बढ़ा. लोगो के अन्दर सरकार के प्रति विश्वास पैदा हुआ. राजन कुमार के इस आंखे कांसेप्ट की चर्चा हर तरफ होने लगी यहाँ तक कि इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया की मैगज़ीन में भी उनके इस कारनामे को विशेष रूप से जगह दी गई. राजन कुमार को वोटिंग ट्री का जनक कहा जाता है.इलेक्शन कमिशन की पत्रिका में राजन कुमार की फोटो के साथ इसका ज़िक्र एक बड़ा योगदान रहा है। वोटर्स अवेयरनेस के लिए इस तरह का अभियान पहली बार हुआ. और यह वोटिंग ट्री का कांसेप्ट राजन कुमार का इतना पसन्द किया गया इसे इलेक्शन कमिशन औफ इंडिया की मैगज़ीन "इनोवेशन्स ऐंड इनिशियेटिव" में प्रमुखता से जगह दी गई। वोटिंग ट्री इन बिहार के नाम से पूरे पेज पे राजन कुमार की इस उपलब्धि का ज़िक्र किया गया है जिससे राजन कुमार के फैन्स और बॉलीवुड में खुशी की लहर छा गई।हीरो राजन कुमार ने आइकॉन ऑफ़ इंडिया (इलेक्शन कमीशन) के रूप में जो कारनामे किये उससे एक अद्भुत रिकॉर्ड बन गया. मतदाताओं को वोट के लिए जागरूक करने के लिए सबसे ज्यादा कंपेन करने के लिए उन्हें रिकॉर्ड और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया है. चार्ली चैपलिन 2 के नाम से मशहूर हीरो राजन कुमार को बेस्ट आइकॉन के रूप में भी नवाज़ा गया