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एक्शन से भरपूर मनोरंजक फिल्म कमांडो २ ब्लैक मनी ट्रेल ( स्टार ३ )

फिल्म : कमांडो २ ब्लैक मनी  ट्रेल 
 कास्ट : विद्युत जम्वाल, अदाह शर्मा, ईशा गुप्ता, फ्रेडी दारूवाला और आदिल हुसैन   
निर्देशक : देवन भोजानी  
निर्माता : विपुल अमृतलाल  शाह 
 श्रेणी :  एक्शन ड्रामा 
स्टार  : ३ 
      २०१३ में आई फिल्म कमांडो की सफलता के बाद यह लग रहा  था की इस फिल्म का भी सिक्कल बनना तय हैं  और ४ साल के अंतराल के बाद आखिर वह समय आ ही गया, पर उस फिल्म के साथ इस फिल्म में कोई समानता है वह है कमांडो।  उस वक़्त निर्देशन किया था दिलीप घोष ने और २०१७ में कमांडो २ का निर्देशन किया देवन भोजानी और विषय लिया है, विदेश में जमा काला धन। 
       कहानी की बात करते हैं मलसियां में काले धन को सफ़ेद करने वाला एजेंट विक्की चड्डा (वंश भारद्वाज)अपनी पत्नी मारिया (ऐषा गुप्ता)  के साथ पकड़ा गया, उसे भारत ले आना हैं और टीम तैयार होती है ४ लोंगो की, ए सी पी बख्तियार ( फ्रेड्डी दारूवाला ) भावना रेड्डी ( अदाह शर्मा ) कमांडो करणवीर डोंगरा (विद्युत जम्वाल) । टीम मलसियां पहुचती हैं कैप्टन करणवीर सिंह (विद्युत जामवाल) का सेकंड मिशन विदेश से ब्लैकमनी को देश में वापसी लाना है। विक्की को विदेश से भारत लाने की जिम्मेदारी कैप्टन करणवीर सिंह और उनकी टीम को सौंपी जाती है। कैप्टन करणवीर पर्सनली तौर पर भी इंटरनैशनल मनी लॉन्ड्रिंग को जड़ से खत्म करना चाहते हैं। करणवीर की इस टीम में उनके साथ एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भावना (अदा शर्मा) भी है, जिसके पास एनकाउंटर करने की वजह न हो तो वह अपने पर्सनल फायदे के लिए एनकाउंटर कर सकती है। कैप्टन और उनकी टीम के सदस्यों का यह मिशन आसान नहीं है। देश में ऐसे बहुत से प्रभावशाली लोग हैं जो नहीं चाहते कि विक्की चड्डा और उसकी वाइफ को भारत वापस लाया जाए क्योंकि ऐसा होने से वह बेनकाब हो सकते हैं। इन मुश्किल हालात में जहां कैप्टन और उनकी टीम को इन दुश्मनों के साथ साथ अंदर छुपे ऐसे गद्दारों को भी राह से हटाना है, जिनके बारे में कोई कुछ नहीं जानता। करण को यह पता हैं की भारत के कई उद्योग पती और राजनेता इस में शामिल हैं । पर कौन इसका पता भी वह लगा लेता है । अब क्या विक्की चड्डा को भारत लेन में कामयाब होता है, उसके लिए आपको फिल्म देखनी होंगी । 
     बात करते है निर्देशन की फिल्म की शुरुवात से लेकर इंटरवल तक आप हिल नहीं सकते उम्दा एक्शन और कहानी को जकड रखने में निर्देशक देवन भोजानी  का जवाब  नहीं है, इंटरवल होते ही आप पॉपकॉर्न और पेप्सी लेकर तुरंत अंदर आने की कोशिश करोंगे आखिर आगे क्या होंगा, यह जानने की जिज्ञासा और बड़ जाती है, पर इंटरवल के बाद थोड़ा निराश करते नज़र आए उम्मीद पहले हाफ से बड़ गई थी, खेर एक्शन सीन लोकेशन की तारीफ करनी होंगी बड़ी ही खूबसूरत पिरोया है । 
      अभिनय की बात करे तो एक्शन में विद्युत् जम्वाल का जवाब नहीं है, उनकी पिछली फिल्म कमांडो हो या फाॅर्स उनका एक्शन देख ही चुके हे और इस बार तो विद्युत की म्हणत नज़र भी आ रही है की उन्होंने और अधिक मेहनत  की हैं, अदाह शर्मा ने साउथ भाषा को नहीं छोड़ा और अपने अभिनय को थोड़ा बेहतर कर सकती थी फिर भी ठीकठाक  ही हैं, ईशा गुप्ता ने नकारत्मक किरदार किया पर सरहानीय लगा, वही फ्रेड्डी दारूवाला ने भी फिर अपने अभिनय का जलवा दिखा ही दिया । अन्य कलाकारो ने भी ठीक ठाक  अभिनय किया । 
    संगीत फिल्म में कही नज़र नहीं आया यानी गाने नहीं है पर बैकग्रॉउंग म्यूजिक अच्छी हैं । 

    आपको एक्शन फिल्मे देखना पसंद हो या नहीं, कमांडो २  एक बार देखने में कोई हर्ज नहीं हैं   । 
 
पुष्कर ओझा