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आशुतोष और ऋतिक की प्री-हिस्टोरिक फिल्म 'मोहनजो दाड़ो' एक अच्छी कोशिश ( स्टार ३ )

       आशुतोष गवारिकर की पिछले फिल्मे 'खेले हम जी जान से' और 'व्हाट्स यूआर राशी' के बाद उम्मीद करने को मन कर ही नहीं रहा था, हॉल की आशुतोष और ऋतिक रोशन की जोड़ी फिल्म 'जोधा अकबर'  हिट फिल्म थी । यह जोड़ी फिर एक बार  जोड़ी सिल्वर स्क्रीन पर है। फिल्म 'मोहनजो दाड़ो' से । इस बार इस जोड़ी ने कामयाबी हासिल की या नहीं जानते हैं । 
      कहानी आमरी गांव के एक किसान के बेटे सरमन (ऋतिक रोशन) की है, जिसके सपने में अक्सर एक सिंघ वाला जानवर आता है, जिसे व्यापार करने के लिए मोहनजो दाड़ो' की हट हमेशा अपने काका से करता हैं, पर किसी काका उन्हें इजाजत नहीं देता है, आखिर एक दिन उसे जाने के लिए इजाजत मिल जाती हैं । मोहनजो दाड़ो में उसे वहां के पुजारी की बेटी चानी (पूजा हेगड़े) से प्यार हो जाता है, यहाँ उसे नज़र आता है महम (कबीर बेदी) व्दारा गांव के लोंगो पर अत्याचार जिसका विरुद्ध सरमन  करता है, यहाँ तक कहानी की शादी भी महम के बेटे से तय हो चुकी है। क्या सरमन को उस सपने का राज सामने आता है, क्या चानी और सरमन एक दूसरे से मिलते है, क्या महम से सरमन गांव वालो की रक्षा करने में कामयाब होता हैं, इन सवालो का जवाब के लिए देखीए  फिल्म ।    
     अभिनय की बात करे तो ऋतिक ने एक अच्छी  कोशिश की हैं उस इरा में अपने आप को ढालने  की पर खेरे नहीं उतर पाए हैं वही पूजा हेगड़े ने ठीक ठाक ही अभिनय किया है, साथ ही कबीर बेदी और अरुणोदय सिंह और सुहासिनी मुले सहित बाकी कलाकारों  ने भी अपने रोल को काफी अच्छे से निभा ने की कोशिश की  है।
    संगीत पहले ही हिट हो चूका हैं 'तू हैं' ....... और 'सरसरिया' , संगीत ए  आर रहमान का हैं, जिन्होंने भी संगीत के माध्यम से उस इरा के संगीत को देने की कोशिश की हैं । 
      आपको बता दे की  'मोहनजो दाड़ो' एक पीरियड ड्रामा है, जिसमें प्री-हिस्टोरिक इंडस वैली की लव स्टोरी दिखाई गई है।जो २०१६ बी सी को दर्शाया गया हैं । 
 
पुष्कर ओझा