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करीब करीब कॉलेज के दिन याद दिलाती करीब करीब सिंगल ( स्टार 3 /5 )

    हमने और आपने कॉलेज के दिनों में प्यार, मोहब्बत, इश्क़ जरूर फ़रमाया होगा, साथ जीने मरने की कसमें भी खाई होंगी, पर आज वह किसी और की और हम। ........ करीब करीब सिंगल कुछ इन्ही यादों को ताज़ा कर रही हैं |  
फिल्म    :   
करीब करीब सिंगल 
श्रेणी       : रोमकॉम 
निर्देशक  : तनुजा चंद्रा
निर्माता   : राकेश भगवानी, शैलेजा केजरीवाल और अजय राय
कास्ट      : इरफान खान और पार्वती 
संगीत      : नरेश चंद्रावकर और बनेडिक्ट टेलर
स्टार        : 3/5
      बात करते हैं कहानी कि दो ऐसे किरदारों की कहानी है जो बढ़ती उम्र में सिंगल हैं और साथी की खोज में हैं। जयश्री (पार्वती) विधवा है वहीं दूसरी तरफ योगी प्रजापति (इरफ़ान खान) एक कवि हैं जिनकी किताबे नहीं बिक रही। एक दिन डेटिंग साइट पर जाया और योगी की दोस्ती होती हैं और फिर मुलाक़ात, सिलसिला आगे बढ़ता हैं और बातों बातों में योगी की पुरानी तीन गर्लफ्रैंड्स का ज़िक्र होता हैं, और फिर उनसे मिलने को आतुर होते है जाया और योगी, पहले देहरादून जाते हैं, फिर राजस्थान और फिर  सिक्कम जाते हैं। इस बिच काफी कुछ उतार चढ़ाव भी नज़र आते हैं, कुछ हसी के साथ तो कुछ इमोशनल करते दृश्य | खेर सिंगल से जाया और योगी मिंगल होते है या नहीं इसके लिए आपको सिनेमा गृह का रुख करना होगा खबरसिनेमा इतना ही बताने का कष्ट करता हैं | 
     बात करते हैं निर्देशन कि  निर्देशन तनुजा चंद्रा ने किया हैं और वाकय कमाल का निर्देशन नज़र आया । वैसे तनूजा की फिल्मों की बात करे तो उन्होंने अधिकांश सीरियस टॉपिक को ही छुआ हैं पर इस बात कॉमेडी के साथ एक अच्छा संदेश देने की कोशीश की हैं, तनूजा ने लोकेशन से लेकर हर बारीकी पर ध्यान दिया है, जिससे फिल्म की कहानी में और निखार नज़र आया | 
    अभिनय की बात करते हैं इरफान खान के अभिनय के बारे में किया कहे वह तो इस तरह के किरदार में माहिर हैं और उनके संवाद बोलने पर आप ढहाके न लगाओ ऐसा तो हो ही नहीं सकता |रहा सवाल पार्वती का तो उन्होंने भी बेहतरीन अभिनय किया हैं | साथ ही अन्य कलकारों ने भी अच्छा अभिनय कर करीब करीब अच्छी नज़र आई | 
     बात करते हैं संगीत कि फिल्म में गानों की आवशकता थी भी और नहीं भी गानो से कहानी आगे बढ़ती नज़र आई एक गाना अच्छा भी लगा जिसे आतिफ असलम ने गाया है, बाकी सब गाने ओके ही हैं फिल्म का बैकग्राउंड संगीत अच्छा हैं | 
 
पुष्कर ओझा