सुपरहिट 'देसी ब्वॉयज' के बाद बतौर डायरेक्टर और राइटर रोहित धवन की फिल्म 'ढिशूम' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। जॉन अब्राहम, वरुण धवन, जैकलीन और है करीब चार साल बाद अक्षय खन्ना फिर नज़र आ रहे हैं । कहानी में में कितना ढिशूम हैं और किरदारों में कितना ढिशूम
कहानी की शुरुवात मिडिल ईस्ट से होती हैं जहा से इंडिया-पाकिस्तान के फाइनल मैच के ठीक ३६ घंटे पहले टॉप इंडियन बैट्समैन विराज शर्मा (साकिब सलीम) का अपहरण हो जाता है। इस क्रिकेटर को ढूंढने की जिम्मेदारी इंडिया से पुलिस ऑफिसर कबीर शेरगिल (जॉन अब्राहम) को दी जाती है, जिसकी मदद मिडिल ईस्ट से जुनैद अंसारी (वरुण धवन) करता है। दोनों के पास 36 घंटे का समय है? आपके दिमांग में कई सवाल खड़े हो गए होंगे आखिर किडनेप किसने किया, क्यों किया, क्या मकसद हो सकता हैं । फिल्म देखिये। ..
कहानी में नयापन कही से नज़र नहीं आया, स्क्रीनप्ले की तारीफ की जा सकती हैं, रोहित ने इंटरवल से पहले हँसाने की कोशिश की है, पर सेकण्ड हाफ थोड़ा गलत हो गया, बाइक से ऊपर से उड़ाकर ला सकते हो पर नीचे से, यही कह रहा हूँ फिल्म में कई ऐसे सीन है जहा लॉजिक मत लगाना ।
अभिनय की बात करे जॉन अब्राहम को बॉडी पर तो ठीक साथ ही एक्टिंग पर भी ध्यान देना था, वरुण कब तक गोविंदा की नक़ल करते रहोंगे, डांस में गोविंदा एक्टिंग में गोविंदा, आपकी अपनी इमेज कब बनाओगे, वाघा ( अक्षय खन्ना) को देख मुझे फिल्म हमराज याद आ गई, चार साल बाद लौटे पर हमराज के उसी विलन की तरह । फिल्म का सरप्राइज अक्षय कुमार हैं, जो एक से डेढ़ मिनट के कैमियो के बावजूद बाक़ी स्टार्स पर भारी पड़ते हैं। साकिब सलीम और जैकलीन फर्नांडीज ने अच्छा काम किया है।
संगीत की बात क्या करना वह तो पहले ही हिट हो चूका हैं 'सौ तरह के...' सॉन्ग हिट हो चुका है। वहीं, टाइटल सॉन्ग 'तो ढिशूम...' और आइटम नंबर 'जानेमन आह...' पॉपुलर हो ही चुके हैं।
यह फिल्म एक बार देखी जा सकती हैं ।
पुष्कर ओझा