हम अकसर पैसो के पीछे भागते हैं, और फिर एक गलती कर ही बैठते हैं, लेखक निर्देशक मुनीश भरद्वाज यह पहली निर्देशित फिल्म मोह माया मनी हैं, जिसका विषय आप टाइटल से ही समझ गए होंगे आईये करते है मोह माया मनी की समीक्षा। ..
फिल्म : मोह माया मनी
निर्देशक : मुनीश भारद्वाज
कास्ट : रणवीर शौरी , नेहा धूपिया
स्टार : २
बात करते हैं कहानी की तो अमन ( रणवीर शौरी) दिल्ली में रियल इस्टेट ब्रोकर हैं, पत्नी दिव्या ( नेहा धूपिया ) के साथ रहता हैं, दिव्या एक निजी चैनल में प्रोड्यूसर हैं । दोनों की ज़िन्दगी खुश हैं पर अमन को जल्द पैसे कमाने की लालच रहती हैं, बार तो डील रद्द होने के बाद भी अपना कमीशन कंपनी से लेता हैं, खेर एक दिन एक बड़ी डील करवाता हैं पर अपनी कंपनी से नहीं बल्कि दूसरे बिल्डर से जिस कारण अमन मोटी रक्कम लोकल गुंडे से लेनी पड़ती है, पर किसी कारण वश डील रद्द हो जाती हैं और बिल्डर बयाना देने से मुकर जाता हैं, कहानी ,में मोड़ एक आता हैं और अमन एक षड़यंत्र रचता है, अपनी मौत का ताकी इन्शुरन्स पैसे मिल जाए और क्या होता हैं अमन कामयाब होता हैं या रहस्य खुलते हैं देखिए मोह माया मनी
बात करते हैं अभिनय की तो रणवीर शौरी ने लालची इंसान किरदार करने में लालची बिलकुल नज़र नहीं आए, वही नेहा धूपिया ने भी अच्छा अभिनय किया हैं, साथ ही अन्य कलाकारो ने भी अच्छा साथ दिया हैं ।
बात करते हैं डायरेक्शन की तो मुनीश को थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता थी, कई जगह कमजोर नज़र आया, लोकेशन भी जैसे लगा दो घर एक ऑफिस और थोड़ा बहुत दिल्ली की तंग गालिया दिखाई, कहानी को भी सही तरीके से कहने में चूकते नज़र आये ।
फिल्म में गाने नहीं है पर बैकग्राउंड म्यूजिक ठाक हैं ।
कमजोर कड़ी बात करे तो फिल्म की कहानी सबसे पहली लिस्ट में आती हैं फिर डायरेक्शन कहानी को ठीक से फिल्माया नहीं गया तरह के विषय पहले भी नज़र आ चुके हैं कुछ नया नज़र नहीं आया,
पुष्कर ओझा