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वेडिंग एनिवर्सरी : नाना के अनुसार स्क्रिप्ट नहीं

 

       नाना पाटेकर और माही गिल अभिनीत डायरेक्टर शेखर एस. झा की 'वेडिंग एनिवर्सरी' एक रोमांटिक ड्रामा है। गोवा की एक रात की कहानी को इस फिल्म में पेश किया गया है। नाना पाटेकर के बेहतरीन संवादों और लाजवाब डायलॉग डिलीवरी के अलावा फिल्म में और कुछ दिखाई नहीं पड़ता है। 
फिल्म में माही गिल की अदाकारी, उनका मेकअप या उनकी संवाद अदायगी बिलकुल बनावटी मालूम होती है। वेडिंग एनिवर्सरी का जश्न मनाने के लिए उनका केक शॉप में बार बार जाना, भिन्न भिन्न लोगों से मिलना, सब कुछ बेहद बनावटी सा प्रतीत होता है। नाना पाटेकर की मौजूदगी और उनके डायलॉग्स दर्शको को रोमांचित अवश्य करते है मगर कहानी का ताना बाना बुनने में डायरेक्टर की महारत नहीं झलकती।
           फिल्म की लोकेशन ठीक है। नाना पाटेकर की एक्टिंग अच्छी है। लेकिन बिना अच्छी पटकथा के दर्शक उनसे भी नहीं जुड़ पाता।
              फिल्म की कहानी कुछ यूँ है।फिल्म की नायिका का नाम कहानी (माही गिल) है। निर्भय उसका पति (प्रियांशु चटर्जी) है। दोनों मुंबई में रहते हैं। दोनों गोवा में अपनी शादी की सालगिरह मनाने का प्लान बनाते है।कहानी अपनी वेडिंग एनिवर्सरी के लिए सुबह गोवा आ जाती है और अपने पति निर्भय के आने का इंतजार करती रहती है। प्रियांशु मुंबई से फ्लाइट पकड़ने में लेट हो जाता है और उस रात नहीं पहुंच पाता।कहानी अपना मूड ठीक करने के लिए अपने पसंदीदा लेखक नागार्जुन के लिखे उपन्यास "प्रतिबिंब "को पढ़ने में लग जाती है। उसकी आंख लग जाती है। अचानक नागार्जुन (नाना पाटेकर) उसके घर पे आ जाता है।वह कहानी के साथ वेडिंग एनिवर्सरी सेलेब्रेट करने को कहता है वह उसे गोवा की सैर कराता है, अलग अलग तरह के लोगों के साथ मिलता है। फिल्म के क्लाइमेक्स में निर्भय मुंबई से गोवा पहुंच जाता है और अपनी पत्नी के साथ वेडिंग एनिवर्सरी मनाता है।
फिल्म में नाना पाटेकर के होने से काफी उम्मीदें बढ़ जाती है। लेकिन यह कोई नाटक जैसा सिनेमा लगता है जिसमे नाना डायलॉग बोले जा रहे है। हालाँकि एक फक्कड़ लेखक नागार्जुन की भूमिका के साथ नाना ने पूरा इंसाफ किया है। लेकिन फिर भी फिल्म धार नहीं पकड़ पाती बेहद सुस्त रफ्तारी से चलती है । एडिटिंग की कमी खलती है। अभिषेक रे का संगीत और बैक ग्राउंड स्कोर अच्छा है। संवाद भी बड़े प्रभावी लिखे हुए है मगर स्क्रीनप्ले बड़ा सुस्त है। नाना पाटेकर के प्रशंसक केवल उनकी मौजूदगी के लिए एक बार देख सकते है।

* गाज़ी मोईन