फिल्म : बेफिक्रे
कास्ट : रणवीर सिंह, वाणी कपूर
निर्माता एवम निर्देशक : आदित्य चोपड़ा
स्टार : ३
आदित्य चोपड़ा के डायरेक्शन में दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, मोहब्बतें, रब ने बना दी जोड़ी के बाद अब ले आ रहे है फिल्म बेफिक्रे, युवा दर्शको को इस बार आदित्य चोपड़ा रिजाने की कोशिश कर रहे हैं, आइए करते हैं इस फिल्म की समीक्षा।
कहानी की बात करे तो बेफिक्रे हैं धर्म गुलाटी ( रणवीर सिंह ) और सायरा गिल ( वाणी कपूर ) धर्म दिल्ली से पेरिस में काम लिए आता हैं, धर्म पेरिस में आते ही विदेशी लड़कियों से प्यार नहीं बल्कि ज़िन्दगी से हर मजे लेने की चाह रखता हैं, धर्म की मुलाकात सायरा से होती हैं, सायरा की ज़िन्दगी में कई लड़के आए पर सायरा को किसी से प्यार नहीं हुआ, और अब दस्तक दी धर्म ने। दोनों यह भी कसम खाते हैं ज़िन्दगी जीने की राह पर प्यार और शादी से कोसो दूर रहेंगे, धर्म सायरा की दोस्ती धीरे धीरे परवान चढ़ती हैं । पर अब क्या सारी कहानी यही पढ़ लोंगे, फिल्म देखनी होंगी।
बात करते हैं निर्देशन की तो आदित्य चोपड़ा ने जिन फिल्मो का निर्देशन किया उनके नाम ऊपर उलेख किए, यह अपेक्षा नहीं थी, पर फिल्म के लोकेशन खूबसूरत है, निर्देशन अच्छा है, पर आदित्य क्लामेक्स में चूक गए उन्हें शायद समज में नहीं आया की आखिर में क्या करे । आदित्य चोपड़ा ने यह विषय क्यू चुना यह तो वही जानते हैं,और हा जिस तरह का प्रस्तुति करण किया हैं.
अभिनय की बात करे अभिनय की तो रणवीर सिंह ने अपने किरदार को जिया हैं , रणवीर बाजीराव बने या रामलीला के राम हो या बेफिक्रे धर्म अपने किरदार में घुस जाते हैं, निराश किया तो वह है वाणी कपूर ने कई बार तो लगा की कुछ ज्यादा ही सेक्सी बनने जा रही हैं, साथ ओवरएक्टिंग करते नज़र आ रही थी, वाणी ने शुध्द देसी रोमांस में बेहतरीन वह बेफिक्र आई।
संगीत की बात करे तो फिल्म के गाने पहले ही हिट हो चुके है, बैकग्राउंड ठीक थक ही हैं।
कमजोर कड़ी की बात करे तो फिल्म सब्भीयता संस्कृति की बिलकुल ख्याल नहीं रखा गया, बार बार किसिंग सीन इंटिमेट सीन लगा धुसे गए हो, फिल्म इंटरवल के बाद तो और भी खिचड़ी नज़र आती है, कहानी के नाम पर कहानी बिलकुल नहीं हैं.
पुष्कर ओझा