Khabar Cinema

हॉरर पर गुदगुदाती फिल्म तूतक तूतक तूतिया (स्टार २)

निर्देशक विजय ने कई फिल्मो का निर्देशन किया और वह कामयाब भी रहे, पर पहली बार  शायद में गलत न हूँ तो उन्होंने हॉरर का निर्देशन किया जिसे हिंदी, तमिल और तेलगु भाषा में एक साथ शूट किया । 
 
फिल्म : तूतक तूतक तूतिया 
स्टार   : २ 
कास्ट  :  प्रभु देवा,  तमन्ना भाटिया, सोनू सूद और  मुरली शर्मा
निर्देशक : विजय 
निर्माता : सोनू सूद 
 कहानी की बात करते हैं आज के दौर का हर युवा चाहता  पत्नी मॉडर्न हो, फिल्म में कृष्णा (प्रभु देवा) भी  चाहता है कि उसकी शादी मॉडर्न लड़की से हो, पर कहते  जोड़िया ऊपर वाला बनाता हैं और ऐसे हालात पैदा होते हैं की कृष्णा  गाँव की भोली भाली लड़की  देवी (तमन्ना भाटिया) से हो जाती हैं । खेर शादी के बाद पत्नी संग मुम्बई आता है और बिना किसी भी दोस्त के बताये वह मुम्बई में एक घर में साथ रहने लगे, यही  से कहानी एक मोड़ लेती हैं जब देवी के अंदर रूबी नाम की आत्मा आ जाती है, रूबी एक मॉडल थी जिसे एक्ट्रेस बनने का सपना था, जिसने आत्महत्या कर ली थी । यह बात कृष्णा  समझ में आती  अवार्ड समारोह में वह अपनी पत्नी देवी साथ  हैं जहा देवी का रूप नज़र आता है जो रूबी दिखाती हैं यह देख सुपरस्टार राज खन्ना फिल्म ऑफर कर देता हैं, फिल्म शुरू होती हैं । बिच में फसा कृष्णा देवी और  रूबी की आत्मा  के संग वह जद्दोजहद में। क्या कृष्णा देवी के अंदर रूबी की आत्मा को निकालने  कामयाब होता हैं, रूबी सपना साकार होता हैं यह सब कृष्णा करने में कितने पापड बेलने पडते हैं इसके लिए आपको फिल्म देखनी होंगी । 
निर्देशन की बात करते है तो बहुत ही खूबसूरती से फिल्म का निर्देशन विजय ने किया हैं आपने साऊथ फिल्मे तो देखी ही होंगी उसी तरह मसाला पिरोया हैं, लोकेशन भी अच्छा है, बस क्लाइमैक्स  में चूक  गए , शायद थोड़ा और अच्छी तरह भुनाने की जरुरत थी । 
अभिनय की बात करे तो प्रभुदेवा की  कोरियोग्राफी पसंद सबको आई, निर्देशन भी सबको पसंद आया  फिल्म के बाद प्रभुदेवा की एक्टिंग भी सबको आएँगी  प्रभुदेवा के इमोशंस ही इतने प्रभावित  हैं, तमन्ना भाटिया के सर दो दो अभिनय का बोझ था कभी देवी तो कभी रूबी पर तमन्ना भाटिया ने दोनों को बड़ी खूबसूरती से निभाया ।  वही सोनू सूद भले ही सुपरस्टार ही लिस्ट में न हो पर वह इस फिल्म के जरिये अपने सुपरस्टार का जोर मनवा ही दिया हैं,  मुरली शर्मा और बाकी अन्य कलाकारो ने भी स्क्रिप्ट का खूब  साथ दिया है । जो नज़र भी आता हैं । 
संगीत की बात करे तो आप हॉरर समझ कर हॉरर संगीत होंगा तो आप गलतफैमी में हो क्योकि फिल्म का संगीत अच्छा है फिल्म के  गाने पहले  ही हिट हो चुके हैं , ठीक से पिरोया नहीं गया जिस कारण फिल्म  थोड़ी कमजोर नज़र आती हैं । 
 
पुष्कर ओझा