फ़िल्म " भूत " और " एक हसीना थी " के जरिये बालीवुड में अपने संगीत सफ़र की शुरुवात करने वाले संगीत निर्देशक बापी और टुटुल पिछले एक दशक के खोसला का घोसला , सरकार, सरकार राज , फूंक , रण , अन्तर्दवंद जैसी फिल्मो के संगीत के लिए लोकप्रिय रहे है .आजकल बापी टुटुल बहुत खुश है हाल ही में संपन्न हुवे चौथे पेलोपोनेशीयन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में उनकी फ़िल्म "द कॉफिन मेकर" के लिए सर्वश्रेष्ठ मूल स्कोर ( बेस्ट म्युजिक ) के लिए पुरस्कार दिया गया निर्देशक वीना बक्शी की फ़िल्म द कॉफिन मेकर में नसीरुद्दीन शाह, बेंजामिन गिलानी, रणदीप हुड्डा, रत्ना पाठक शाह प्रमुख भूमिकाओ में नजर आयेंगे बापी टुटुल का सम्बन्ध मूलत एक बंगाली संगीत परिवार से रहा है, माँ श्रीमती बबली भट्टाचार्य (संगीत विभाग के प्रमुख, बिहार विश्वविद्यालय) से प्रशिक्षण से जुडी है दोनों भाइयो ने ने संगीत में स्नातक के शिक्षा ली है साथ ही भारतीय और पश्चिमी संगीत दोनों में ही महारत हासिल किया है बापी वोकल और गिटार में माहिर हैं,तो टुटुल वोकल के साथ ही पियानो में माहिर हैं. अपनी इस सफलता पर बापी- टुटुल बताते है " फ़िल्म द कॉफिन मेकर " के लिए अवार्ड मिलना हमारे लिए इसलिए ख़ास है क्योंकि यह एक उम्दा और हटकर फ़िल्म है हम हमेशा फ़िल्म की कहानी के मांग के अनुसार संगीत का चयन करते है इस फ़िल्म में गायिका हेमासर देसाई के गीतो को एक ख़ास कोंकनी संगीत की जरुरत थी और गोल्डन पेगासस अवार्ड के लिए फ़िल्म का चुना जाना सिर्फ हमारे लिए नहीं बल्कि देश के लिए भी गर्व का अवसर है